आचार्य श्रीराम शर्मा >> जगाओ अपनी अखण्डशक्ति जगाओ अपनी अखण्डशक्तिश्रीराम शर्मा आचार्य
|
0 5 पाठक हैं |
जगाओ अपनी अखण्डशक्ति
आशीर्वचन
वर्तमान समय मे पाश्चात्य देशो के अधानुकरण एवं अपने धर्म एव संस्कृति को अनदेखा करने के कारण हमारी युवापीड़ी दिशाहीन एवं निस्तेज होती जा रही है। हमारे विद्यालय एवं शिक्षा संस्थान भी नैतिकता एवं चरित्र की दिशा मे उनको उचित दिशा देने मे अक्षम हैं। हमारे शास्त्रों मे माता-पिता एवं गुरु को देवतुल्य बताया गया है परन्तु इनके द्वारा भी यह कार्य ठीक ढंग से सम्पादित नहीं हो पा रहा है, जिसरो हमारी युवा-पीढ़ी की प्राण शक्ति नष्ट होती जा रही है।
युवा पीढी की नष्ट होती इसी प्राण ऊर्जा एवं उनके समग्र विकास हेतु श्री रंजन दीक्षित ने इस पुस्तक मे उन्हें शरीर, मन एव इन्द्रियों पर नियन्त्रण के द्वारा अपनी अखण्ड ऊर्जा की रक्षा एवं उसको उत्तरोत्तर विकसित करने के लिए सरल एव उत्तम उपाय बड़े ही रोचक ढंग से प्रस्तुत किये है। दीक्षित का यह कार्य बहुत ही प्रसंशनीय है और हमें आशा ही नहीं वरन् पूर्ण विश्वास है कि इससे युवा पीढ़ी अत्यन्त लाभांवित होगी।
भगवान उन्हें प्रेरणा दें ताकि भविष्य में भी वे इस कार्य को आगे बढ़ाये।
सचिव
श्री रामकृष्ण मिशन आश्रम
कानपुर
|